भारत के इन मंदिरों में भक्तों के लिए लागू है ड्रेस कोड
किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों को बहुत नियमों का पालन करते हुए देखा जाता है। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी धार्मिक जगह पर जाता है वह अपने पहनावे का भी खास ध्यान रखता है।
Img Banner
profile
Richa Gupta
Created AT: 5 hours ago
15
0

किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों को बहुत नियमों का पालन करते हुए देखा जाता है। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी धार्मिक जगह पर जाता है वह अपने पहनावे का भी खास ध्यान रखता है। कम ही लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि भारत में कई मंदिर हैं जहां भक्तों के लिए भी ड्रेस कोड बनाए गए हैं। चलिए ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में जानते हैं।


गुरुवायुर कृष्ण मंदिर


गुरुवायुर कृष्ण मंदिर वो भारत का वो पहला मंदिर है जहां भक्तों के लिए ड्रेस कोड तय किया गया था। केरल में स्थित इस मंदिर में पुरुषों के लिए लूंगी ड्रेस कोड रखा गया है, और लूंगी भी ऐसी जो सीने तक चढ़ाकर बांधी गई हो। वहीं, महिलाएं साड़ी या सूट पहनकर ही भगवान के दर्शन कर सकती हैं।


सिद्धिविनियाक मंदिर


मुंबई में स्थित सिद्धिविनियाक मंदिर में हाल ही में ड्रेस कोड लागू किया गया है। यहां देश-विदेशों से बड़ी-बड़ी हस्तियां गणपति बप्पा के आगे सिर झुकाने आती हैं। वहीं, मंदिर प्रशासन ने अब भक्तों के लिए भारतीय परिधान पहनने का कानून बना दिया है।


बांके बिहारी मंदिर


वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भी भक्तों के लिए ड्रेस कोड बनाया गया था। यहां श्रद्धालुओं को हाफ पैंट, चमड़े की बेल्ट और छोटे कपड़े पहनना सख्त मना है। यहां आने वाले भक्तों को भारतीय परिधान पहनने पर ही एंट्री मिल सकती है।


जगन्नाथ मंदिर


ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड बनाया गया है। बताया जाता है कि इस मंदिर में स्कर्ट, हाफ पैंट, जीन्स और शॉर्ट्स पहने हुए लोगों को एंट्री नहीं दी जाती। यहां भी दर्शन करने के लिए भक्तों को भारतीय पारंपरिक परिधान ही पहनने होते हैं। जगन्नाथ मंदिर में यह नियम जनवरी, 2024 से लागू है।


महाकाल मंदिर


मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल के मंदिर में भी पुरुषों के लिए धोती और सोला का ड्रेस कोड रखा गया है, जबकि महिलाएं साड़ी पहनकर महाकाल के दर्शन कर सकती हैं। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। यहां सितंबर, 2023 से ड्रेस कोड लागू किया गया है।


ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम

Spiritual

See all →
Richa Gupta
भारत के इन मंदिरों में भक्तों के लिए लागू है ड्रेस कोड
किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों को बहुत नियमों का पालन करते हुए देखा जाता है। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी धार्मिक जगह पर जाता है वह अपने पहनावे का भी खास ध्यान रखता है।
15 views • 5 hours ago
Sanjay Purohit
कब और क्यों मनाई जाती है माघ पूर्णिमा? जानें इसका महत्व
माघ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी संपूर्ण कलाओं के साथ आकाश में स्थित होता है। यह दिन माघ मास का अंतिम दिन होता है। धार्मिक दृष्टि से इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और जप-तप का अत्यधिक महत्व बताया गया है।
15 views • 8 hours ago
Richa Gupta
बांझ को भी मिलता है संतान का सुख, जानें अबार माता मंदिर की कहानी
माता के हर मंदिर के पीछे कोई न कोई मान्यता, कोई कहानी, कोई रहस्य अवश्य होता है। ऐसा ही एक रहस्य जुड़ा है बुंदेलखंड़ की अबार माता के मंदिर से जो बंडा क्षेत्र में सागर-छतरपुर की सीमा पर स्थित है।
22 views • 2025-02-04
Sanjay Purohit
आंखों से जानें जिंदगी से जुड़े राज, इस बारे में क्या कहता है सामुद्रिक शास्त्र
अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा, यदि आपको किसी व्यक्ति के दिल की बात जाननी है तो उसकी आंखों में बस एक बार देख लें। दरअसल मनुष्य की आंखें उसके दिल का दर्पण होती हैं। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार दिल के सारे राज खोलती है आंखे। किसी की आंखों को देखकर आप उनकी सोच और उनके व्यक्तित्व का आसानी से पता लगा सकते हैं।
45 views • 2025-02-04
Richa Gupta
बसंत पंचमी पर करें माता सरस्वती के इन 3 प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन
बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। विद्या, कला और संगीत की देवी सरस्वती जी की इस दिन पूजा-अर्चना की जाती है। यह त्योहार प्रत्येक वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
22 views • 2025-02-03
Sanjay Purohit
कल मनाई जाएगी नर्मदा जयंती, घाटों पर उमड़ेगा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
पतित पावनी मां नर्मदा की जयंती माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा नदी के घाटों में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ता है और वे मां के दर्शन कर आशीर्वाद पाते हैं।
147 views • 2025-02-03
Sanjay Purohit
रत्नों का ग्रह-नक्षत्र और मानव जीवन पर प्रभाव,जानिए मुख्य रत्नो के बारे में
रत्नों को रत्न यूं ही नहीं कहा जाता है। इनमें कुछ खास तत्व और क्षमताएं होती हैं जो इन्हें आम पत्थरों से अलग बनती हैं और इन्हें रत्न नाम दिलाती है। विज्ञान भी मानता है कि रत्नों में चुम्बकीय क्षमता होती हैं जो संबंधित ग्रह की ऊर्जा को अवशोषित करके रत्न धारण करने वाले को लाभ दिलाती है।
136 views • 2025-02-03
payal trivedi
आज का राशिफल 03 फरवरी 2025: मेष से मीन राशि तक कैसा रहेगा आपका दिन? जानें आज किन बातों का रखना होगा ध्यान
राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन) का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है।
145 views • 2025-02-03
Sanjay Purohit
बसन्त पंचमी 2025 : कहा हैं विलुप्त सरस्वती?
मानव का सम्पूर्ण जीवन सोलह संस्कारों से आवेष्टित है, सभी संस्कारों में यज्ञोपवीत ऐसा महत्वपूर्ण संस्कार है जिसके सम्पन्न होने पर व्यक्ति एकज से द्विज हो जातेहैं। प्रयागराज में विद्या की अधिष्ठात्री भगवती सरस्वती विराजमान है।
128 views • 2025-02-03
payal trivedi
आज का राशिफल 02 फरवरी 2025: मेष से मीन राशि तक कैसा रहेगा आपका दिन? जानें आज किन बातों का रखना होगा ध्यान
राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन) का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है।
183 views • 2025-02-02